भारत (India) की स्पेस एजेंसी ISRO ने पिछले कुछ सालो एम् कमाल के प्रोजेक्ट किये है और उनकी सफलता के चर्चे पुरे दुनिया में ही करी जाती है। आपकी जानकारी के लिए बता दे कि इसरो ने हाल ही में काफी सारे कीर्तिमान भी स्थापित किए है वही उनके सटीक और कम बजट में भी कमाल के मिसन कर दिखाने की क़ाबलियत उन्हें सभी से लग बनाती है।
इसी बीच एक बड़ी खबर ये निकल कर आ रही है कि भारत की इसरो अब अंदरूनी तरीके से चंद्रयान 4 (Chandrayaan-4) के लॉन्च की तयारी में जुट चुकी है एंड इसमें वो काफी सारे काम करना शुरू भी कर चुके है। इस बार वो वो चंद्रयान में नावेल डिजाईन के साथ-साथ काफी आधुनिक टेक्नोलॉजी भी शामिल किया जा रहा है।
अगस्त 2023 में चंद्रयान 3 को सफलतापूर्वक साउथ पोल पर लैंड कराने के बाद जहाँ भारत पहला ऐसा देश बना था जिसने चाँद के साउथ पोल पर लैंड किया था। इस सफलतापूर्वक लैंडिंग के बाद इसरो खुद को और भी बड़े और कठीण मिसन के लिए आगे बढ़ रहा है। सूत्रों की मानी जाए तो अगले मिसन में इसरो की मानी जाए का ये मिसन है कि वो चाँद से पृथ्वी पर मिटटी वापिस लेकर आ पाए।
एस सोमनाथ ने की कहा ?
शनिवार को इसरो ने सफलतापूर्वक जीएसएलवी एफ-14/इनसैट के लॉन्च के बाद इसरो के चेयरमैन एस सोमनाथ (S. Somanath) ने बोला ये एक काफी बड़ी सफलता है जहाँ अब इसरो का लक्ष्य है कि आने वाले समय में इसरो जल्दी से जल्दी चंद्रयान 4,5,6 जल्दी ही लॉन्च होने वाली है और इसरो इनपर काफी काम करने वाली है। उन्होंने कहाँ कि वो अभी चंद्रयान 4 में क्या होना चाहिए इसके बारे में सोचा जा रहा है और उसमे क्या क्या चीजे जोड़ी जायेगी इसपर अभी सभी लोगो का ही ध्यान है।