ट्रेन स्टेशन के नाम के पीछे क्यों लगाया जाता है ‘पुर’ इसके पीछे है ऐतिहासिक कारण, 99% लोग नहीं जानते

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What is the Meaning Of ‘Pur’: भारत देश में कई ऐसे शहर (City) हैं, जिनके नाम के अंत में ‘पुर’ जुड़ा होता है। तो वहीं कुछ ऐसे भी शहर है, जिनके नाम के अंत में हली, पल्ली, पुर जुड़ा होता है। आज हम आपको इस लेख के माध्यम से शहरों के अंत में जुड़े हुए नाम का खास महत्व और मतलब बताएंगे कि आखिर क्यों और किस लिए जुड़ा होता है।

आपको बता दें कि नॉर्थ इंडिया (North India) के अधिकतर शहरों (Cities) के नाम के अंत में ‘पुर’ जुड़ा होता है, जैसे की नागपुर, जयपुर, जनकपुर, कानपुर, उदयपुर आदि है। अगर आप भी इन शहरों के अंत में ‘पुर’ जुड़े होने का मतलब नहीं जानते हैं. तो हम आज आपको बताएंगे. दरअसल ‘पुर’ एक संस्कृति शब्द है, जिसका मतलब (Meaning) होता है कि गांव हैं। साथ ही इन शहरों में से अधिकतर शहरों में कोई ना कोई किला (Fort) मौजूद है.

आपको बता दें कि कर्नाटक के गांव के नाम में अंत में हली शब्द जुड़ा होता है जिसका यह अर्थ होता है कि गांव कर्नाटक से जुड़े हैं दरअसल कन्नड़ में हली का मतलब गांव होता है इसी तरह आंध्र प्रदेश ओडिशा और तेलंगाना के अधिकतर गांव के नाम के अंत में पल्ली जुड़ा होता है दरअसल तेलुगु में पल्ली का अर्थ गांव होता है।

वाड़ी का क्या अर्थ है।

आपको बता दे आंध्र प्रदेश तेलंगाना जैसे शहर में गांव के नाम के अंत में पल्ली जुड़ा होता है जैसे को नौपालली, चिंतापल्ली आदि है। दरअसल तेलुगु में पल्ली का अर्थ गांव होता है इसी तरह महाराष्ट्र में गांव के नाम के अंत में वाड़ी जुड़ा होता है आपको बता दें मराठी में वाड़ी का अर्थ खेत के आसपास गांव का होना होता है।

जानें नगर का मतलब क्या होता है

आपको बता दें कि किसी शहर के नाम के अंत में नगर जुड़ा हुआ है तो इसका मतलब हुआ एक छोटा टाउन या गांव है। अब आप इस तरह गांव के नाम के साथ जुड़ा आखिरी शब्द को आसानी से पता लगा सकते हैं और उनकी खासियत समझ सकते हैं।