भारत (India) और मालदीव (Maldives) के बीच पिछले महीनों कैदी ज्यादा विवाद चले थे, जहां दोनों ही देशो के बीच काफी ज्यादा मतवेद बढ़ गए थे और उन्हें काफी ज्यादा आलोचना का भी सामना करना पड़ा था। दोनों ही देश के बारे में पूरी ही दुनिया मे कैदी ज्यादा चर्चा हो रही थी।
मालदीव के प्रेसिडेंट मोहम्मद मुइज़्ज़ु (Mohamed Muizzu) ने भारत को लेकर काफी बयान दिया था जोकि अच्छा नही था जहां उन्होंने यहां तक कह दिया था कि मालदीव किसी भी देश का बैकयार्ड नही है वही भारत को उनके देश से सेना हटाने के लिए भी कहा था जिसके बाद काफी टेंशन बढ़ गई थी।
भारत को लेकर बदले तेवर :-
मालदीव के प्रेसिडेंट मोहम्मद माइज़्ज़ु के अब बदले हुए तेवर नज़र आ रहे है। उन्होंने अभी काफी अलग तरीके का बयान दिया है जहां उन्होने बोला कि वो किसी भी देश के साथ टकराव नही चाहते है और वो उन सभी देशों से दोस्ती रखना चाहते है जो उनके सीमा का सम्मान करता हो।
इसी के अलावा उन्होंने भारतीय सेना को लेकर भी एक बड़ा बयान दिया है। उन्होंने अपने बयान में कहा भारतीय सेना को वापिस लेने पर बातचीत करने के दौरान गुस्सा करने की कोई भी जरूरत नही है और इस से कुछ भी नही होने वाला है और कुछ नही बदलेगा।
और क्या कहा ?
उन्होंने अपने बयान में कहा कि वो हर देश के साथ संबंध रखेंगे जो मालदीव की मदद करता है और आंतरिक मामलों में बिना हस्तछेप किए बिना अर्थव्यवस्था के लिए लाभकारी सहायता प्रदान करता है। हाल में ही मालदीव ने ये इल्ज़ाम लगाया था कि भारत के कॉस्टगार्ड ने मालदीव के एक मछली पकड़ने वाले की बोट को रोक कर तलाशी लो थी।