भारत (India) और पाकिस्तान (Pakistan) के रिश्तों में ऐसे ही तनाव बना हुआ रहता है जहां अभी इसी से जुड़ी हुई एक बड़ी झबर सामने निकल कर आई है। आपकी जानकारी के लिए बता दे कि रवि नदी (Ravi River) का पानी का बहाव पाकिस्तान के तरफ अब पूरे तरीके से बंद कर दिया गया है।
इस पानी का बहाव अब पाकिस्तान में नही हो रहा है जहां शाहपुर कंदी बैरेज के मदद से इसे रोका गया है। शाहपुर बंदी बैरेज पंजाब और जम्मू एवं कश्मीर के बॉर्डर पर स्तिथ है। मीडिया रिपोर्ट्स की मानी जाए तो इस से जम्मू कश्मीर का काफी फायदा हो सकता है।
क्या होगा बदलाव ?
जम्मू कश्मीर को काफी ज्यादा फायदा होने वाला है जहां जम्मू-कश्मीर को 1160 क्युकेस पानी मिलेगा जोकि पहले पाकिस्तान को चला जाता था। इसका इस्तेमाल सिचाई में होगा जोकि सम्भा और कठुआ जिले के 32,000 हेक्टर जमीन को कवर करेगा।
शाहपुर कांदा बैरेज जोकि सिचाई और हाइड्रो पावर सप्लाई के लिए काफी अहम है, इसका निर्माण पिछले 3 दशकों से हो रहा था और काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा था। हालांकि आखिरकार अब जाकर इसका काम सफलतापूर्वक समाप्त हो गया है।
भारत और पाकिस्तान के बीच 1960 इंडस पानी संधी हुई थी जिसके अनुसार ये साफ कहा गया है कि भारत के पास रवि, सतलज और बीस नदी के पानी का पूरे तरीक़े से अधिकार है वही पाकिस्तान के बपास इंडस, चेनव और झेलम नदी का पूरा अधिकार है।
शाहपुर कंदी बैरेज बन जाने से अब इस नदी का पानी पूर्ण रूप से भारत के द्बारा ही इस्तेमाल किया जाएगा जहां पहले इसका पानी ओल्ड लखनपुर डैम से पाकिस्तान चला जाता था। इसकी निभ पूर्व प्रधानमंत्री पीवी नर्शिमा रॉ ने रखी थी।