TRAI Update: भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (TRAI) ने देश के टेलीकॉम कंपनीयों (Telecom Company) को अपने नेटवर्क (Network) में कॉलर पहचान (Caller Id) की सुविधा के रुप में पेश करने की बात कही है। तो वही ट्राई ने इसके लिए जल्द ही अंतिम सेट जारी करने जा रही है। आपको बता दें कि इसके लिए दूरसंचार विभाग (DoT) ने इसका प्रस्ताव लगभग 2 साल पहले ही कर दिया था। बता दें कि ट्राई ने अपनी सिफारिश मेंये प्रस्तुत किया है की सभी दूरसंचार कंपनीया अपने ग्राहकों के एक “अतिरिक्त सेवा” प्रदान करें दरअसल ये सेवा कॉलिंग नेम प्रेजेंटेशन (calling name presentation) है। ताकी ग्राहकों (Customer) को पता चल सके की उनके पास किसका कॉल आ रहा है।
आपको बता दें कि ट्राई (TRAI) ने केन्द्र से कॉलर पहचान की सुविधा को लेकर कॉलर नेम प्रेजेंटेशन की मांग को रखा है। साथ ही TRAI ने सरकार से सिफारिश की है, सभी टेलिकॉम कंपनीयों एक निश्चित समय देकर इसपर काम शुरु करने का कहना चाहीए। दरअसल ट्राई के कहना है की जब कोई कॉल करता है तो उसका नाम दिखाया जाएगा. बता दें कि इस नियाम के अनुसार आधार कार्ड का नाम दिखाया जाएगा।
देखें कॉलर ID सर्विस (Service) पर क्या पड़ेगा असर
ट्राई के के सिफारिश के बादल जारी होने वाले डिफॉल्ट कॉलर आईडी के करीब आ चुका है। जिसके बाद से ही Truecaller इसे लेकर एक ब्यान भी जारी कर दिया है। दरअसल Truecaller के प्रवक्ता ने कहा की “CNAP के संबंध में, Truecaller अपने ग्राहकों इससे बढ़ कर कई तरह के सुविधा को प्रदान करता है। बता दें कि Truecaller अब अपनी AI तकनीकी क्षमता से कई सारे बुनियादी नंबरो पहचान प्रदान करने में सक्ष्म है।
यह देखना जरुरी होगा की देश भर में इस प्रकार की सुविधा कैसे प्रदान की जा सकती है। दरअसल आपको बता दें कि कमर्शियल कॉलर पहचान कराना लोगों की निजिती के खिलाफ होगी बता दें की डिजिटल व्यक्तिगत डेटा संरक्षण (DPDP) अधिनियम, 2023 के साथ काम कर रही है।