Action! RBI ने एक साथ 5 बैंकों पर लगाया लाखों का जुर्माना, आपका भी है खाता तो पढ़िए डिटेल

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RBI Action: RBI रिजर्व बैंक ऑफ़ इंडिया साल 2024 में बैंकों (Bank) के खिलाफ कड़ रुख अपना रहा है. दरअसल आरबीआई (RBI) ने इस साल के पहले महीने में ही कई सरकारी बैंकों (Government Banks) पर जुर्माना (Fine) लगाया था. ये जुर्माना इन बैंको पर नियमों (Rules) को उल्लंघन (Violation) करने ऊपर लगाया गया था. हालांकि आरबीआई ने एक बार फिर से पांच सरकारी बैंकों के ऊपर जुर्माना लगाया ठोका है, और ये जुर्माना भी नियमों का उल्लंघन करने पर लगाया गया है. हालांकि इससे जुर्माने के कारण ग्राहकों (Customers) को किसी भी प्रकार का नुकसान नहीं होगा जुर्माना लगाने का मुख्य करण बैंकों के कार्य में देरी को देखा गया जैसे केवाईसी (KYC) एक मुख्य कारण बना है जुर्माना लगाने का

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जानें पांच बैंकों (Banks) के नाम (Name)

द मंडी अर्बन को-ऑपरेटिव बैंक (The Mandi Urban Co-operative Bank)- आपको बता दें कि ये बैंक हरियाणा में मौजुद है. इस बैंक के उपर लगभग 6 लाख रुपये का जुर्माना लगाया गया है. जुर्माना लगाने का मुख्य कारण ग्राहकों के कार्यों को समय अनुसार पुरा नही करना कारण बना है.

द राजपलायम को-ऑपरेटिव अर्बन बैंक (The Rajapalayam Co-operative Urban Bank)- दरअसल यें बैंक तमिलनाडु में स्थित है. इस बैंक के उपर 75,000 रुपये का जुर्माना लगाया गया है. बता दें कि ये जुर्माना RBI के निर्देशों का पालन नहीं करने के कारण लगा है.

एक्सेलेंट को-ऑपरेटिव बैंक (Excellent Co-operative Bank)– आपको बता दें कि ये बैंक महाराष्ट्र के मुम्बई में मौजुद है. इस बैंक के उपर लगभग 1 लाख रुपये का जुर्माना लगाया गया है. ये जुर्माना ग्राहकों के पासबुक प्रदान और अपडेट नहीं होने के कारण लगाया गया है.

स्टैंडर्ड अर्बन को-ऑपरेटिव बैंक (Standard Urban Co-operative Bank)– दरअसल यें बैंक भी महाराष्ट्र के औरंगाबाद में मौजुद है. इस बैंक के उपर सबसे कम जुर्माना लगाया गया है. आपको बता दें कि इस बैंक पर मात्र 50,000 रुपये का ही जुर्माना लगा है.

द हावड़ा डिस्ट्रिक्ट सेंट्रल को-ऑपरेटिव बैंक (The Howrah District Central Co-operative Bank)- आपको बता दें कि यें बैंक हावड़ा में स्थित है. इस बैंक के उपर 1 लाख रुपये का जुर्माना ठोका गया है. दरअसल इस बैंक पर जुर्माना लगने का कारण ग्राहकों की केवाईसी और अकाउंट के रिस्क कैटेगरी सिस्टम को स्थापित करने में विफल रहना माना गया है.