गगनचुंबी इमारत के ऊपर महल, विजय माल्या के इस घर की कीमत कर देगी हैरान

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Vijay Mallya: यूनाइटेड ब्रुअरीज ग्रुप (United Breweries Group) के चेयरमैन विजय माल्या (Vijay Mallya) भारत में अमीरों कि लिस्ट में आते थें. दरअसल वो भारत के सबसे तेजतर्रार दिग्गजों में से एक थे. आपको बता दें कि विजय माल्या ने साल 2010 में अपने सपनो का एक घर (House)  बनानें के बारें में सोचा और इस योजना की घोषना की तो लोगों ने कहना शुरु कर दिया था की ये कुछ ज्यादा हो गया. आपको बता दें कि लोग ऐसा इसलिए कहने लगे थे क्यों की विजय माल्या ने बेंगलुरु (Bengaluru) की सबसे उँची गगनचुंबी इमारत के उपर एक हवेली (mansion) बनाने का फैसला किया था. लेकिन लोगों के बातों को नजर-आंदाज करते हुए विजय माल्या ने अपने सपनों का घर बनाना शुरु कर दिया.

दरअसल साल 2016 तक बैंगलोर (Bangalore) शहर के केंद्र में किंगफिशर टॉवर (Kingfisher Tower) के ऊपर उनकी हवेली आकार दिखना शुरु हो गया था आपको बता दें कि उस समय ही विजय माल्या की वित्तीय समस्याओं के बारें में भारत सरकार को पता चल गया जिस कारण उन्हें अपने सपनों का घर अधुरा छोड़कर ब्रिटेन भाग जाना पड़ा.

vijay mallya

जानें क्यों इमारत रह गई अधुरी

दरअसल इस इमारत में आपको कई प्रकार की चीजे देखने को मिलती है. जैसे एक वाइन सेलर, आउटडोर इन्फिनिटी पूल,इनडोर गर्म पूल, जिम, सैलून और स्पा, आपको ये सारी चिजें एख ही छत के नीचे देखने को मिल सकती थी. इतना ही नही इसमें आपको  हेलीपैड की सुविधा भी मिलती आपको बता दें कि अभी तक ये साफ नहीं हो पाया है की इमारत में कितनी सुविधाएं पुरी हो चुकी है. दरअसल दुर से देखने पर ये मकान आपको पुर्ण रुप से तैयार दिखता है लेकिन नजदिक से देखने पर आपको ये इमारत अधुरा दिखाई पड़ता है.

इमारत बनाने में कुल कितने रुपये लगे

यूनाइटेड ब्रुअरीज ग्रुप के संस्थापक विट्ठल मल्लय के बेटे विजय माल्या ने साल 2016 में भारत को छोड़ ब्रिटेन में जा बसा है दरअसल उसपर कई बैंको से कथित तौर पर बड़ी रकम उधार लेना और उसे वापस नही करने का आरोप लगा है. साफ लफ्जों में कहे तो उसपर मनी लॉन्ड्रिंग का आरोप लगा है. दरअसल मनी लॉन्ड्रिंग के केस में आरोप सिध्द होते ही इस इमारत के कब्जे मे करके लोन वसुल किया जा सकता है. आपको बता दें की इस इमारत को बनाने में कुल लागत 20 मिलियन यानी 166 करोड़ रुपये खर्च हुए है.