Indian Railway Engine: आपने अक्सर यह सुना होगा कि ट्रेन (Train) ड्राइवर चलती ट्रेन को रोक कर बाथरूम चला जाता है. इस कारण ट्रेन काफी लेट होती रहती हैं, और यही खबर मीडिया (Media) की हैडलाइन (Headline) बन जाती है। आपको बता दें कि ऐसा इसलिए होता है। मालगाड़ी और पैसेंजर ट्रेन में लोको पायलट (loco pilot) के लिए बाथरूम की व्यवस्था नहीं होती है. जिस कारण लोको पायलट को ट्रेन रोककर टॉयलेट (Toilet) जाना पड़ता है. इस समस्या से निपटने के लिए कानपुर इलेक्ट्रिकल लोको शेड ने देश का पहला वायरलेस यूरिनल (wireless urinal) वाला पैसेंजर ट्रेन (Passenger Train) का इंजन (Engine) बनाया है
जानें कहां होगा एग्जीबिशन (Exhibition)
कानपुर इलेक्ट्रिकल लोको शेड (kanpur electric loco shed) के चीफ इंजीनियर राहुल त्रिपाठी ने बताया कि मार्च 2024 को देश का पहला मॉडिफाइड पैसेंजर ट्रेन इंजन पटियाला में एग्जीबिशन के लिए लगेगा आपको बता दें कि राहुल त्रिपाठी ने बताया कि विभिन्न लोगों शेड ने मालगाड़ी इंजन में यूरिनल लगाया है जिससे अब मालगाड़ी और पैसेंजर ट्रेन के लोको पायलट को वॉशरूम जाने के लिए ट्रेन खड़ी करने की अब आवश्यकता नहीं पड़ेगी।
रेलवे ऑफीसर के मुताबिक पिछले कुछ सालों में लोको पायलट की पोस्ट के लिए महिलाओं की भर्ती शुरू कर दि है. महिलाओं को ड्यूटी के दौरान टॉयलेट जानें में काफी समस्याओं का सामना करना पड़ता है. क्योंकि वर्तमान समय में मालगाड़ी और पैसेंजर ट्रेन में टॉयलेट की व्यवस्था नहीं है जिस कारण उन्हें ट्रेन खड़ी कर के वॉशरूम के लिए जाना पड़ता है. एसे में पुरुष आउटर पर ट्रेन खड़ी कर के और वो उतर कर टॉयलेट करने चले जाते हैं लेकिन महिलाओं लोको पायलट स्टेशन आने का इंतजार करना पड़ता है रेलवे यूरिनल की सुविधा होने से महिला लोको पायलट तथा पुरुष लोको पायलट पर दोनों की समस्याओं को खत्म हो जाएंगे।