भारत (India) कृषि (Farmer) प्रधान देश है आये भारत मे ही काफी सारे फैसले उगती है और उन्हें काफी ज्यादा निर्यात भी किया जाता हैं। आपकी जानकारी के लिए बता दे कि काफी सारे देश भारत के ऊपर निर्भर रहते है और भारत की ज्यादा हिस्सेदारी होने के नाद उनके पैसो पर भी प्रभाव पड़ता है।
आपकी जानकारी के लिए बता दे कि भारत सरकार (Government Of India) अभी चावल (Rice) पर लगे हुए टैक्स को जारी रखने के मूड में हैं। ये एक्स की डेडलाइन 31 मार्च को खत्म होने वाली है, लेकिन मोदी सरकार इस टैक्स को चालू और जारी रख सकती है जिस कारण इनकी कीमतों पर काफी प्रभाव भी याद सकता है।
क्या है मामला
बिजनेस टुडे की एक रिपोर्ट के अनुसार भारतीय सरकार चावल के निर्यात के ऊपर 20% टैक्स को जारी रखने वाली है जिस से चावलों के दाम पर दुनिया भर में असर पड़ने वाला है क्यूंकि इस सेक्टर में भारत की हिस्सेदारी काफी ज्यादा है और अगर भारत निर्यात काम करेगा तो कीमत बढ़ेगी।
आपको जानकर हैरानी होगी भारत सरकार ने गैर वासमती चावल पाए बैन लगाया है जहां ये चावल निर्यात होने वाले सभी चावलों में से 25% हिस्सा रखते हैं। इस मुख्य कारण ये समझा जा रहा है कि चुनाव स पहले महंगाई को काबू में रखने के लके ये कदम उठाया जा सकता है।
स्टैट के बारे में बात की जाए तो भारत ने 2022-23 में मात्रा के हिसाब से 45.6 टन चावल निर्यात किया था जोकि 4.8 अरब डॉलर का निर्यात था, ये रक काफी बड़ी संख्या है और इसी कारण भारत इस सेक्टर में काफी बड़ा है और उनके निर्णय से काफी लोग प्रभावित होंगे।
आपको जानकर खुशी होगी कि भारत की रिटेल इन्फ्लेशन अप्रैल से दिसंबर को लेकर औसतन 6.8 फीसदी से घट कर 5.5 फीसदी आ गई है और इसी कारण भारतिय सरकार इसपर ध्यान दे रही हैं। ये रिपोर्ट आरबीआई ने सभी के साथ साझा की थी।