BSNL UPDATE: बीएसएनल (BSNL) भारत देश की सबसे पुरानी जनसंचार कंपनी (mass communication company) है. आपको बता दे कि बीएसएनएल (BSNL) 31 मार्च 2024 तक देश के सभी घरों एवं सरकारी दफ्तरों (Government Office) और गैर सरकारी दफ्तरों के संचार को लेकर एक बड़ा बदलाव करने जा रही है. दरअसल 2024 के अंत तक भारत संचार निगम लिमिटेड (Bharat Sanchar Nigam Limited) भारत देश के सभी लैंडलाइन Landline) को ब्रॉडबैंड कनेक्शन Broad Band Connection) में तब्दील करने जा रही है. यह प्रक्रिया नए साल के मार्च (March) महीने से शुरू की जाएगी जिसकी मदद से गांव शहर और छोटा कस्बो तक सभी लैंडलाइन नंबर के लिए ब्रॉडबैंड का इस्तेमाल करना अनिवार्य कर दिया जाएगा, और वहां बीएसएनल ब्रॉडबैंड सेवा शुरू कर दिया जाएगा,
इसके बाद भी गांव देहात के स्कूल कॉलेज सरकारी दफ्तर पंचायत भवन में भी बीएसएनल मात्र ₹100 से लेकर 250 रुपए मासिक रेट पर इंटरनेट सेवा प्रदान करेगी, इसकी सबसे अच्छी बात यह है कि उपभोक्ता को अपने नंबर बदलवाने की आवश्यकता नहीं है. वह अपने पुराने लैंडलाइन नंबर पर ही इन सभी सेवाओं का आनंद ले सकते हैं.
जानें बीएसएनएल (BSNL) कितना (Mbps) देगा स्पीड.
आपको बता दें कि बीएसएनएल गांव में फाइबर केबल के माध्यम से ब्रॉडबैंड का कनेक्शन देगी जिसके लिए उपभोक्ता को महीने के 100 से 250 रुपए तक खर्च करने पड़ेंगे उपभोक्ता मात्र इतने पैसों में ही इंटरनेट और अनलिमिटेड कॉलिंग जैसी सुविधाएं ले पाएंगे, हालांकि बीएसएनल इस तरह की सेवाएं पहले से कई शहरों में दे रही है. जैसे मुंबई, लखनऊ, पटना, रायपुर, इंदौर, भोपाल, दिल्ली, जयपुर, चंडीगढ़, जैसे शहर शामील हैं. जहां बीएसएनएल ने यह सर्विस शुरू कर दी है. बीएसएनल इसके लिए हर महीने उपभोक्ताओं से ₹250 से ₹500 तक चार्ज कर रही है इतना ही नहीं बीएसएनएल के ब्रॉडबैंड से आपको इंटरनेट की स्पीड 100 Mbps तक मिलेगी.
बीएसएनल (BSNL) का अब तक का सबसे तगड़ा प्लान (Plane)
आपको बता दे गुजरात में तैनात बीएसएनल के भुज रेंज के मनोज कुमार ने न्यूज़ 18 हिन्दी से खास बातचीत में यह जानकारी दी है. कि सभी लैंडलाइन नंबर अभी तक कॉपर के वायर से दिए जा रहे थे. बीएसएनल अब इसको अपग्रेड करने जा रही है. बीएसएनल इसे बदलकर ब्रॉडबैंड में तब्दील करेगी यह साल 31 मार्च 2024 तक देश के सभी हिस्सों में फाइबर नेटवर्क प्रोवाइड करा देगी, जिससे छोटे गांव और कस्बों में इंटरनेट की क्रांति आएगी, भारत देश में 3 लाख करोड़ रुपए का यहां प्रोजेक्ट लगभग पूरा हो चुका है